मेरा भाई तू मेरी जान है।



ये कविता मैं अपने प्यारे नयन भैया को समर्पित करना चाहता हूं ।ये हमारे लिए प्रेरणास्रोत के तौर पर उभर कर आए और हरेक मुश्किल घड़ी से हमें उभार बाहर ले गए । यही हमारे परम मित्र भी रहे और अच्छे मार्गदर्शक भी, यदि मैं कभी अपने जीवन में सफल हो जाऊ तो उस सफलता की नीव रखने वाले भी यही होंगे , मैं इसी प्रकार हमेशा इनसे सीखने और सीखते रहने का प्रयत्न करूंगा । 
इनके लिए लिखे गए कुछ पंक्तियां है :–


हर गम में जिसने मेरा साथ दिया है,

हरेक मुश्किल घड़ी से निकाल,

जिसने मुझे आवाद किया है,

वो कोई इंसान नहीं मेरे लिए भगवान है ,

वो  मेरा भाई है जो मेरी जान है ।


मेरे एक आंसू पर जिसे दर्द होता है,

मेरे रोने पर चुपके चुपके वो भी रोता है,

मेरे आंसू पोछ जो मेरी हिम्मत बढ़ाता है,

वो कोई इंसान नहीं मेरे लिए भगवान है,

वो मेरा भाई है जो मेरी जान है ।


यदि हो जाऊ पथ भ्रमित मैं , सही राह वही बतलाता है,

मैंने जीवन पथ पर चलना “हां” उन्हीं से सीखा है ,

मेरे राहों में पड़े हरेक कांटे को वही तो चिन्हित करता है,

हां वो कोई इंसान नहीं मेरे लिए भगवान  है,

वो मेरा भाई है जो मेरी जान है।


वो मेरा आत्मसम्मान है,

मेरे हरेक समस्याओं का  समाधान है,

मेरे जीवन के कठिन राहों को करता वही आसान है,

हां वो कोई इंसान नहीं मेरे लिए भगवान है,

वो मेरा भाई है जो मेरी जान है।


वहीं मेरी दूसरी पहचान है ,

उसके शान में ही मेरी शान है,

वहीं मेरे साथ चलने वाला सच्चा रही है,

क्योंकि वही मेरा सच्चा भाई है ।

हां वो कोई इंसान नहीं मेरे लिए भगवान है,

वो मेरा भाई है जो मेरी जान है। 

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