लौह नारी! सुषमा स्वराज।

आज का दिन (6.08.2019)  भारत के लिए एक दुखद दिन है। दुनिया को नारी शक्ति की सदियों पहले से  सटीक परिभाषा देने वाले हमारे भारत ने एक ऐसी ही नारी को खोया हैं। मैं बात कर रहा हूं भारत की लौह नारी स्वर्गीय सुषमा स्वराज की । इनके खिदमत में जितनी भी पंक्तियां लिखी जाए कम हैं । 
पर मैं कुछ पंक्तियां इनके लिए संबोधित करना चाहूंगा।
पंक्तियां हैं :

था सरदार यदि लौह पुरुष,
वह भी तो लौह नारी थी, 
दुनियां में जिनका डंका बजता ,
वो स्वराज सबकी प्यारी थी ।

चली गई वो यूं छोड़कर, 
सबके नैनों में अश्रु देकर, 
कोयल सी जिसकी वाणी थी,
राष्ट्र संयुक्त की जो रानी थी,
वो स्वराज सबकी प्यारी थी ।


वो नारी शक्ति की परिभाषा थी ,
वो मेहनत व कुशलता की पराकाष्ठा थी,
वजीरे विदेश के कौशल से निहित, 
वो स्वराज सबकी प्यारी थी ।

रजिया सी जो रजनैतिज्ञ थी,
ज्ञान सरस्वती सा था जिसमे, 
थी वो पतिवर्ता 
 और जिसने माँ की भी परिभाषा जानी थी,
वो स्वराज सबकी प्यारी थी,
वो स्वराज सबकी प्यारी थी।

नमन है देश की ऐसी बेटी को , ईश्वर इनके आत्मा को शांति दे।

Comments

  1. Kya yar gazab h.. Ekdam lag rha h ki koi poet likha h... U have a talent.... Plz isko waste my krna...

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  2. Keep going dude....
    Itz jst ...osm..

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  3. Keep going dude....
    Itz jst ...osm..

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